वैसे मुझे अमीरों से मिलने का कुछ ख़ास शौक नहीं है तो फिर मुझसे प्यार क्यों किया हाँ
यह कम्बक्त दिल है के गलती कर बैठता है और भुगतना आपको पड़ता है तो भुगतो कभी मुझको हँसाए कभी मुझको रुलाए मुझे कितना सताती है कभी मुझको हँसाए कभी मुझको रुलाए मुझे कितना सताती है वो लड़की बहुत याद आती है वो लड़की बहुत याद आती है वो लड़की बहुत याद आती है वो लड़की बहुत याद आती है मेरे सपनो में आये मेरे दिल को चुराये मुझे कितना सताता है वो लड़का बहुत याद आता है वो लड़का बहुत याद आता है वो लड़का बहुत याद आता है वो लड़का बहुत याद आता है देखा उसे जब पहली बार बन गया दीवाना मैं यार करके अनजाना इकरार ले गई दिल का चैन क़रार देखा उसे जब पहली बार बन गया दीवाना मैं यार करके अनजाना इकरार ले गई दिल का चैन क़रार थोड़ी सी घबराई थी थोड़ी सी शरमाई थी कितना प्यारा मुखड़ा है वो तो चाँद का टुकड़ा है जाने कहाँ छुप जाती है वो लड़की बहुत याद आती है वो लड़की बहुत याद आती है वो लड़की बहुत याद आती है वो लड़की बहुत याद आती है मैं तो उसपे मरती हूँ दुनिया से नहीं डरती हूँ नाम से उसके सँवरती हूँ पल-पल आहें भरती हूँ मैं तो उसपे मरती हूँ दुनिया से नहीं डरती हूँ नाम से उसके सँवरती हूँ पल-पल आहें भरती हूँ माना के मजबूरी है चाहत अभी अधूरी है बस कुछ दिन की दूरी है मिलना बहुत ज़रूरी है क्या-क्या दर्द जगाता है वो लड़का बहुत याद आता है वो लड़का बहुत याद आता है वो लड़का बहुत याद आता है वो लड़का बहुत याद आता है कभी मुझको हँसाए कभी मुझको रुलाए मुझे कितना सताती है मेरे सपनो में आये मेरे दिल को चुराये मुझे कितना सताता है वो लड़का बहुत याद आता है वो लड़का बहुत याद आता है वो लड़की बहुत याद आती है वो लड़की बहुत याद आती है
Writer(s): Saifi Nadeem, Rathod Shravan, Pandy Sameer (t)