कभी तो नज़र मिलाओ, कभी तो क़रीब आओ कभी तो नज़र मिलाओ, कभी तो क़रीब आओ जो नहीं कहा है, कभी तो समझ भी जाओ
हम भी तो हैं तुम्हारे दीवाने, हो, दीवाने हम भी तो हैं तुम्हारे दीवाने, हो, दीवाने कभी तो नज़र मिलाओ, कभी तो क़रीब आओ कभी तो नज़र मिलाओ, कभी तो क़रीब आओ जो नहीं कहा है, कभी तो समझ भी जाओ हम भी तो हैं तुम्हारे दीवाने, हो, दीवाने हम भी तो हैं तुम्हारे दीवाने, हो, दीवाने हम ने तुम को देखते ही दिल दिया तुम भी सोचो, तुम ने हम से क्या किया हम ने तुम को देखते ही दिल दिया तुम भी सोचो, तुम ने हम से क्या किया तुम ने क्या किया? क्या किया मेरा दिल ना तोड़ो, कभी दिल से दिल मिला लो हम भी तो हैं तुम्हारे दीवाने, हो, दीवाने हम भी तो हैं तुम्हारे दीवाने, हो, दीवाने कभी तो नज़र मिलाओ, कभी तो क़रीब आओ कभी तो नज़र मिलाओ, कभी तो क़रीब आओ जो नहीं कहा है, कभी तो समझ भी जाओ हम भी तो हैं तुम्हारे दीवाने, हो, दीवाने हम भी तो हैं तुम्हारे दीवाने, हो, दीवाने दिल ये चाहे, तेरी ज़ुल्फ़ें चूम लूँ सोचता हूँ और तुम से क्या कहूँ दिल ये चाहे, तेरी ज़ुल्फ़ें चूम लूँ सोचता हूँ और तुम से क्या कहूँ तुम से क्या कहूँ? क्या कहूँ? कोई फ़ैसला दो, कभी तो गले लगाओ हम भी तो हैं तुम्हारे दीवाने, हो, दीवाने हम भी तो हैं तुम्हारे दीवाने, हो, दीवाने कभी तो नज़र मिलाओ, कभी तो क़रीब आओ कभी तो नज़र मिलाओ, कभी तो क़रीब आओ जो नहीं कहा है, कभी तो समझ भी जाओ (हम भी तो हैं तुम्हारे दीवाने, हो, दीवाने) (हम भी तो हैं तुम्हारे दीवाने, हो, दीवाने) तुम्हारे दीवाने (हम भी तो हैं तुम्हारे दीवाने, हो, दीवाने) दीवाने (हम भी तो हैं तुम्हारे दीवाने, हो, दीवाने) दीवाने, दीवाने (हम भी तो हैं तुम्हारे दीवाने, हो, दीवाने) तुम्हारे (हम भी तो हैं तुम्हारे दीवाने, हो, दीवाने) दीवाने, दीवाने (हम भी तो हैं तुम्हारे दीवाने, हो, दीवाने) (हम भी तो हैं...)
Writer(s): Riaz-ur-rehman Saghar, Adnan Sami